इंदौर के वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक प्रवीण जोशी नागदा मे राष्ट्रीय नारद पत्रकारिता सम्मान से  सम्मानित 

इंदौर के वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक प्रवीण जोशी नागदा मे राष्ट्रीय नारद पत्रकारिता सम्मान से  सम्मानित


इंदौर । सामाजिक संस्था अभिरुचि विचार मंच द्वारा आयोजित एक गरिमामय समारोह में इंदौर के वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक प्रवीण जोशी को राष्ट्रीय नारद पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित किया गया ।नागदा के ग्रेसिम खेल परिसर में  आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि ग्रेसिम के उपाध्यक्ष  श्री योगेंद्र सिंह रघुवंशी, एसडीएम आशुतोष गोस्वामी ,डॉ.इंदु सिंह, डीके शर्मा मुख्य अतिथि थे। इस मौके पर संस्थापक अध्यक्ष डॉ सुरेंद्र मीणा संस्था अध्यक्ष धर्मेंद्र गुप्ता,सचिव अतुल मालपानी और एडवोकेट संजीव मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित थे। श्री जोशी को दुपट्टा पहना कर श्रीफल, देवी सरस्वती की तस्वीर और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। 
      अपने सम्मान के प्रत्युत्तर मे प्रवीण जोशी ने कहा कि यह सम्मान मेरा नहीं होकर भाषाई पत्रकारिता का है, जिसे मैं समाज सेवा के रूप में 31वर्षों से लगातार कर रहा हूं। उल्लेखनीय है कि प्रवीण जोशी  पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय है। उन्होंने विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अपनी सेवाएं दी है। वर्तमान में वे मासिक पत्रिका अर्पण समर्पण के कार्यकारी संपादक है एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाओ के मीडिया प्रभारी है। साथ ही वे साहित्य, खेल, कला और राजनीति विषय पर विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में स्वतंत्र लेखन कर रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन शरद गुप्ता ने किया एवं आभार माना डा.सुरेंद्र मीणा ने।


Popular posts
राजनीतिज्ञों, पीने के पानी की चिंता करो*  
पूर्व डीजीपी मुकर्जी हुए पंच तत्व में विलीन।
Image
संजय जैन को मध्य प्रदेश कर्मचारी कांग्रेस के प्रांत अध्यक्ष माननीय वीरेंद्र खोगल जी ने प्रांतीय कार्यकारिणी में उप प्रांत अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया है
Image
25 बार चिदम्बरम को जमानत देने वाले न्यायाधीश की भी जांच होनी चाहिये ये माजरा क्या है.? काँग्रेस द्वारा किया गया विश्व का सबसे बड़ा घोटाला खुलना अभी बाकी है......बहुत बड़े काँग्रेसी और ब्यूरोक्रैट्स पकड़े जायेंगे। इसलिये चिदम्बरम को बार -बार जमानत दी जा रही है।*
श्रीकृष्ण ने प्रण किया था कि मैं शिशुपाल के 100 अपमान क्षमा करूंगा अर्थात उसे सुधरने के 100 मौके दूंगा। लेकिन यह प्रण क्यों किया था? इसके लिए पढ़िये पुरी कथा।