*10 भारतीय पौधे हर घर अभियान*
इंदौर साथियों दिल्ली के प्रदूषण के खतरनाक स्तर तक पहुंचना हर शहर के लिए खतरे की घण्टी है। पुरानी कहावत है "अब पछताए होत क्या", जिससे निपटने के लिए दिल्ली, एन सी आर, गुड़गांव, एवं सभी शहरों के वासियों को सरकार पर निर्भर रहने के बदले स्वयं प्रयास करना होंगे।
इलेक्ट्रॉनिक एयर प्यूरीफायर के बदले इनडोर हवा साफ करने वाले पौधे एवं अपने बालकनी बगीचे एवं दुकानों में जहाँ भी हल्की धूप पहुंचती है वहाँ डेकोरेटिव पौधों के बदले भारतीय पौधे गमले अथवा जमीन में कहीं भी लगाएं। गमले में भी ये पौधे यदि हर घर लग जाएं तो यकीन मानिए प्रदूषण 45% तक कम हो सकता है। गमलों में इनसे नुकसान नही, जमीन में भी ये जगह का नुकसान आज से 100 साल बाद करेंगे वो भी बहुत कम लेकिन यदि नही लगाया तो हम अगले 5 सालों में ही बहुत खराब हालत में होंगे। प्रदूषण सिर्फ फेफड़े, हृदय, लिवर, किडनी जैसे महत्वपूर्ण अंगों को खराब नहीं करता बल्कि ये मानसिक लक्षणों एवं व्यवहार में बहुत ज्यादा खराबी लाता है। ये पौधे हैं
1 तुलसी, 2 पीपल, 3 नीम, 4 बरगद, 5 पाकड़, 6 अमरूद, 7 आम, 8 जामुन, 9 गूलर, 10शीशम इनके अलावा खेर, करंज, अशोक, अमलतास आदि बड़े पेड़ घर के लिए गमलों में भी हितकर हैं। आइए स्वच्छ भारत के साथ अब स्वस्थ भारत की नींव रखें जो बिना वृक्षारोपण सम्भव नहीं।
*डॉ अनुपम श्रीवास्तव*
MD होम्योपैथी
महू, इंदौर, दिल्ली